बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट और नई अंतरिम सरकार के गठन के बाद से लगातार हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा अभी तक जारी है. इस बीच बांग्लादेश से चौंकाने वाली खबर आ रही है. खबरों के मुताबिक बांग्लादेश में रोहिंग्या शर्णार्थियों को आतंकी ट्रेनिंग दी जा रही है. इस ट्रेनिंग के बाद उन्हें म्यांमार में जारी गृहयुद्ध में शामिल होने के लिए भेजा जाता है. बांग्लादेश में दी जा रही ये ट्रेनिंग पाकिस्तान की मदद से दी जा रही है. यह खबर भारत की टेंशन बढ़ा सकती है.
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की मदद से बांग्लादेश में 250 से ज्यादा रोहिंग्या आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. इस ट्रेनिंग के लिए सऊदी अरब और मलेशिया के जरिए 2.8 करोड़ रुपए की फंडिंग हुई है.
भारत की सीमा पर की ड्रोन तैनाती
इससे पहले खबरें आई कि बांग्लादेश ने भारत की सीमा पर 6 ड्रोन की तैनाती की है. जिन्हें बांग्लादेश की 67th आर्मी यूनिट ऑपरेट कर रही है. इन खबरों के बाद सीमा सुरक्षा बल ने भी बांग्लादेश सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है. इसके अलावा ये खबर भी आई कि बांग्लादेश ने पाकिस्तान से 40 हजार से ज्यादा गोला बारूद मंगवाए हैं.
बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को लेकर आवाज तेज हो गई है. इस बीच ब्रिटेन के बाद अमेरिका ने भी इन हमलों को लेकर चिंता जताई है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारग्रेट मैकलियॉड ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों का दमन चिंताजनक है. हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं. सभी को अपने धर्म को मानने का हक है.
इससे पहले ब्रिटेन के सांसदों ने भी बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे हमले को लेकर चिंता जताई थी. विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि – शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद हिंदुओं का सफाया करने की कोशिश हो रही है. वहां हिंदुओं की दुकानें और घर में तोड़े और जलाए जा रहे हैं. पुजारियों को गिरफ्तार किया जा रहा है. इस मामले पर एक्शन की जिम्मेदारी हमारी है. क्योंकि हमने ही बांग्लादेश को आजादी दिलाई थी.