उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और तमाम भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता गुरुवार को लखनऊ में चर्चित फिल्म The Sabarmati Report. लखनऊ के एक मॉल स्थित मूवी का प्रीमियर होगा. इसके अलावा 21 , 22 और 23 नवंबर को लखनऊ में बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए मुफ्त में ये फिल्म देखने की व्यवस्था की गई है. इससे पहले मंगलवार को एक्टर विक्रांत मैसी ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी.
विक्रांत मैसी की फिल्म द साबरमती रिपोर्ट की कमाई का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है. जबकि इसकी शुरुआत इतनी अच्छी नहीं हुई थी. लेकिन कहानी और इस घटना को लेकर लोगों की जिज्ञासा की वजह से फिल्म लोगों को सिनेमा घर तक खींचने में सफल रही है. इस फिल्म में गुजरात के गोधरा में हुई घटना की सच्चाई और उसके कई पहलुओं को दिखाने की कोशिश की गई है. मध्य प्रदेश औऱ छत्तीसगढ़ ने इस फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है.
फिल्म के प्रमोशन के दौरान एक्टर विक्रांत मैसी का बयान चर्चा में है. जिसमें वो कह रहे हैं कि – आज मुझे लगता है कि ये उतना बुरा नहीं है. लोग कहते हैं कि हिंदू खतरे में हैं. लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे खतरे में हैं. लोग कहते हैं कि मुसलमान खतरे में हैं. कोई खतरे में नहीं है. सब कुछ ठीक चल रहा है. भारत रहने के लिए सबसे अच्छा देश है और अन्य जगहों की स्थिति बहुत खराब है. फिलहाल भारत ही एक मात्र ऐसा देश है जो दुनिया का भविष्य है. ये बातें उन्होंने शुभंकर मिश्रा के पॉडकास्ट अनप्लग्ड में कहीं.
खूब कहा है. ये अच्छा है कि ये सच सामने आ रहा है और वो भी इस तरह से कि आम लोग इसे देख सकें. एक फेक नैरेटिव सिर्फ लिमिटेड टाइम तक ही कायम रह सकता है. आखिरकार फैक्ट हमेशा सामने आएगा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
कोई भी पावरफुल इको सिस्टम कितनी भी कोशिश कर ले, वो सच को अंधेरे से छुपाए नहीं रह सकता. फिल्म द साबरमती रिपोर्ट अद्वितीय साहस के साथ इकोसिस्टम को चुनौती देती है और उस भयावह घटना के पीछे की सच्चाई को दिन के उजाले में उजागर करती है- अमित शाह, गृहमंत्री
साबरमती एक बहुत अच्छी फिल्म है. मैं व्यक्तिगत रूप से इसे देखने जा रहा हूं. मैं अपने मंत्रियों, विधायकों और सांसदों को भी अपने साथ ले जा रहा हूं. मैं बताना चाहता हूं कि हम इस फिल्म को टैक्स फ्री करने जा रहे हैं, जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे देख सकें. अतीत का वो ऐसा काला अध्याय है. जिसकी सच्चाई इस फिल्म को देखने के बाद समझ आती है. राजनीति अपनी जगह है लेकिन वोटों की राजनीति के लिए इतना गंदा खेलना बहुत खराब बात है. मेरा मानना है कि उस समय प्रधानमंत्री मोदी तत्कालीन मुख्यमंत्री थे औऱ उन्होंने बेहद कुशलता के साथ पूरी घटना को संभाला था. ऐसे में इस फिल्म की सच्चाई सामने आनी चाहिए – मोहन यादव, सीएम, मध्य प्रदेश