एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में 9 सीटों पर हो रहे उपचुनाव की कमान संभाले हुए हैं. वहीं दूसरी ओर यूपी से बाहर भी चुनाव प्रचार में उनकी भारी डिमांड है. झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भारतीय जनता पार्टी और सहयोगी दलों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे. वो महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी ज्यादा रैली करेंगे. यहां वो 22 रैली करने जा रहे हैं. जबकि प्रधानमंत्री यहां सिर्फ ग्यारह रैली करेंगे. इसी तरह झारखंड में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई रैलियां करने जा रहे हैं.
हरियाणा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी के दिए नारे – बंटेंगे तो कटेंगे का मतदान पर काफी असर हुआ. ऐसा माना जा रहा है कि इस नारे की वजह से हिंदू मतदाताओं को एकजुट होकर मतदान करने के लिए प्रेरित किया. जबकि विपक्ष को पता है कि हिंदू वोट को बांट कर ही वो बीजेपी के किले में सेंध लगा पाएंगे. इसलिए वो जाति जनगणना, आरक्षण को खत्म किए जाने का डर दिखा कर हिंदुओं की एकता पर प्रहार की कोशिश करती है. लोकसभा चुनाव में उसे इस हथकंडे का फायदा भी मिला. लेकिन हरियाणा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस नारे ने विपक्ष को करारा जवाब दिया है. इससे पहले राजस्थान, कर्नाटक और जम्मू-कश्मीर में भी योगी आदित्यनाथ ने जमकर पार्टी के लिए चुनाव प्रचार किया.