यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एलान किया कि चित्रकूट से जल्द ही अयोध्या, लखनऊ और दिल्ली के लिए उड़ानें शुरू होंगी और मंदाकिनी पुल का नया निर्माण कराया जाएगा. अपने चित्रकूट दौरे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि चित्रकूट धाम को उसकी पौराणिक और ऐतिहासिक पहचान दिलाने के लिए हमारी सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. यहां मां मंदाकिनी की स्वच्छता और अविरलता को लेकर किए जाने वाली कोशिशों के सुंदरीकरण को लेकर सरकार ने पहले ही पैसा उपलब्ध करा दिया है. इसके अलावा बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के लिंक वे के लिए 1300 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि चित्रकूट से जुड़े पौराणिक और एतिहासिक स्थल महर्षि वाल्मिकी की तपोस्थली लालापुर, गोस्वामी तुलसीदास की जन्मस्थली राजापुर के सौदर्यीकरण और पुनरुद्धार का कार्य तेजी से बढ़ाया जाएगा.
चित्रकूट का महत्व
तमाम रामभक्तों का मानना है कि चित्रकूट का महत्व अयोध्या से भी बढ़कर है. क्योंकि चित्रकूट वह पावन भूमि है जहां उन्होंने अपने वनवास का सबसे ज्यादा समय (साढ़े 11 साल) बिताया. वैभव का त्याग कर भगवान राम इस धरा पर तपस्या की और वनवासी के रूप में रहे. चित्रकूट भगवान की तपोभूमि थी. यहां कामदगिरी पर्वत पर श्रीराम ने साधना करके आसुरी ताकतों से लड़ने की दिव्य शक्ति प्राप्त की थी. वनवास के दौरान भगवान राम और भाई भरत से (भरत मिलाप) यहीं मिले थे. यहां भरतकूप, जानकी कुंड, गुप्त गोदावरी, हनुमान धारा, कामता नाथ मंदिर समेत कई तीर्थ हैं. ऐसी मान्यता है कि चित्रकूट में आने सारे चिंताएं खत्म हो जाती है. अपने आराध्य देव श्रीराम से जुड़ी जगहों पर आकर हर रामभक्त खुद को धन्य महसूस करता है. (तस्वीर साभार- सीएम योगी आदित्यनाथ फेसबुक पेज से साभार)