मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश की महिला सरपंचों से अपील की है कि वो फिजूलखर्ची पर रोक लगाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत से लोग तेरहवीं में अपनी जमीनें बेचकर खर्च करते हैं. यह गलत तरीका है. इस पर रोक लगाई जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैंने खुद अपने बेटे की शादी में सिर्फ सौ लौगों को ही आमंत्रित किया था. शादियों में भी अनावश्यक खर्च नहीं करना चाहिए. बता दें कि मुख्यमंत्री आवास पर महिला सरपंच सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस सम्मेलन में आई महिलाओं ने मेहंदी भी लगवाई.
महिला सरपंच सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि हमारे संकल्प पत्र में जिन योजनाओं का जिक्र हुआ है, उन योजनाओं को लागू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग कहा करते थे कि हमारी योजनाएं बंद हो जाएंगी, लेकिन हमने कहा तुम कहते रहो, हमें जो करना है हम करेंगे. लेकिन आज बारह सौ पचास रुपए की जगह अब पंद्रह सौ रुपए दिए जाएंगे. यह कदम ऐसे लोगों के मुंह पर तमाचे जैसा है जो इन योजनाओं के बंद होने की बात कहा करते थे.