उत्तर प्रदेश के Chief Minister Yogi Adityanath ने कहा कि राष्ट्रहित और जनहित में लिया गया फैसला ही हमारी संस्कृति है. उन्होंने कहा कि जीवन में तीन स्थितियां प्रवृत्ति, विकृत्ति और संस्कृति होती है. स्थिति का यथारूप रहना प्रवृत्ति, गिरावट है विकृत्ति. व्यापक जनहित में लिया गया फैसला संस्कृति है. इसी संस्कृति का एक बेहतरीन उदाहरण Dr. Ram Manohar Lohia आयुर्विज्ञान संस्थान है. यहां महज 19 साल में 20 बेड से बढ़ाकर 1,375 बेड का विस्तार किया है.
Chief Minister Yogi Adityanath ने कहा कि देश और व्यक्ति की गति काल की गति है. हमें काल की गति से दो कदम आगे चलने के लिए तैयार रहना चाहिए. जो व्यक्ति, समाज या देश काल की गति को पहचान नहीं पाता है. वह काल की चपेट में स्वयं आ जाता है. क्योंकि काल की गति तो वही है. उन्होंने कहा कि अगर हमारे कारण संस्थान को नुकसान हो रहा है तो मानकर चलिए कि आने वाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी.
बता दें कि इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के स्थापना दिवस समारोह के दौरान Chief Minister Yogi Adityanath ने 298 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया. (तस्वीर साभार – एमयोगी आदित्यनाथ फेसबुक पेज से साभार)