नवरात्र के दौरान देश के कई इलाकों में दुर्गा पूजा को निशाना बनाने की खबरें आईं. वो चाहे यूपी का बहराइच, कुशीनगर, गोंडा, कौशांबी, बलरामपुर हो या फिर असम का करीमगंज या फिर त्रिपुरा या बंगाल. सभी जगहों पर दुर्गा पूजा को निशाना बनाया गया. कहीं पंडाल पर पथराव किया गया, कहीं जुलूस के रास्ते रोके गए. यूपी के बहराइच में तो हद ही हो गई. यहां दुर्गा पूजा के दौरान हुए विवाद के बाद एक हिंदू युवक की हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद से कई जगहों पर हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुईं. फिलहाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है.
प.बंगाल में हावड़ा के श्यामगंज में मुस्लिम समाज के लोगों की भीड़ ने 13 अक्टूबर को हिंदू पंडाल पर अटैक कर दिया. इन लोगों ने पंडाल में तोड़फोड़ की औऱ मूर्तियों को आग के हवाले कर दिया. ये लोग यहीं नहीं रुके जिस घाट पर मूर्ती का विसर्जन होना था वहां भी भीड़ ने पथराव किया. पश्चिम बंगाल बीजेपी ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है. लेकिन हिंदू समाज के लोगों को ममता सरकार से निष्पक्ष कार्रवाई की उम्मीद नहीं है.
ऐसी ही घटना यूपी के कौशांबी में भी हुई. जहां मां दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन के दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने जुलूस पर हमला कर दिया. इस जुलूस में शामिल महिलाओं को निशाना बनाया गया. जुलूस पर पथराव किया गया. तलवारें लहराई गईं औऱ मूर्ति को भी तोड़ा गया. हैरानी की बात है कि हमला करने वालों में मुस्लिम महिलाएं भी शामिल थी. खबरों के मुताबिक जुलूस में शामिल एक हिंदू महिला के साथ रेप की कोशिश भी की गई.
कौशांबी जैसी ही घटना यूपी के बलरामपुर में भी हुई. जहां दुर्गा पूजा के पंडाल में घुसकर मुस्लिम समाज के लोगों ने महिलाओं के साथ बदसलूकी की. इन लोगों ने पंडाल में लगे झंड़े उखाड़ कर फेंक दिए. फिलहाल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसी तरह यूपी के ही गोंडा में भी जब दुर्गा पूजा के दौरान हिंदू समाज के बच्चों ने पटाखे छोड़ने शुरू किए तो मुस्लिम समाज के लोगों ने उन पर हमला कर दिया. यूपी के कुशीनगर में भी दुर्गा पूजा के दौरान मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा पथराव की घटना हुई जिसमें 10 से ज्यादा लोग घायल हुए.
इसी तरह त्रिपुरा, झारखंड,असम और कोलकाता में मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा दुर्गा पूजा को निशाना बनाया गया.