बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट और नई अंतरिम सरकार के गठन के बाद से लगातार हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा अभी तक जारी है. इस बीच अमेरिका ने एक बार फिर कहा है कि – राष्ट्रपति जो बाइडन बांग्लादेश के हालात पर नजर रख रहे हैं. अमेरिका, बांग्लादेश में चुनौती से निपटने के लिए अंतरिम सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. जिससे की उनकी कानून प्रवर्तन और सुरक्षा सेवाओं की क्षमता बढ़ाई जा सके. अमेरिका ने बांग्लादेश के सभी नेताओं के साथ बातचीत में धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर की गई चर्चा स्पष्ट रही है.
बता दें कि पिछले दिनों अमेरिका के कई शहरों में बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन हुए. इसका असर होने लगा है. हालांकि कि इससे पहले भी अमेरिका ने औपचारिकता निभाते हुए हिंदुओं पर इन हमलों को लेकर चिंता जताई थी. अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारग्रेट मैकलियॉड ने कहा था कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों का दमन चिंताजनक है. हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं. सभी को अपने धर्म को मानने का हक है. अमेरिका का बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि बहुत से लोगों का ऐसा मानना है कि बांग्लादेश में तख्तापलट के पीछे अमेरिका का हाथ रहा है. क्योंकि अमेरिका भारत पर दबाव बनाना चाह रहा है.
इससे पहले ब्रिटेन के सांसदों ने भी बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे हमले को लेकर चिंता जताई थी. विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि – शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद हिंदुओं का सफाया करने की कोशिश हो रही है. वहां हिंदुओं की दुकानें और घर में तोड़े और जलाए जा रहे हैं. पुजारियों को गिरफ्तार किया जा रहा है. इस मामले पर एक्शन की जिम्मेदारी हमारी है. क्योंकि हमने ही बांग्लादेश को आजादी दिलाई थी.