उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार ने बिना किसी की जाति देखे सभी को रोजगार के समान अवसर देने का काम किया है, लेकिन पिछली सरकारों ने कारोबारियों की उपेक्षा की. इन सरकारों ने सिर्फ जातीय संघर्षों को बढ़ावा देने का काम भी किया. उनकी नीति एक जिले और एक माफिया से जिलों की पहचान देने की थी. साल 2017 से पहले का यूपी दंगों के रूप में माफिया गिरोह के रूप में, बेटी और व्यापारी के लिए सबसे असुरक्षित प्रदेश के रूप में जाना जाता है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारों को जातीय संघर्ष कराने औऱ इसके आधार पर प्रदेश को पहचान का संकट खड़ा करने से फुरसत ही नहीं थी. लेकिन पिछले 8 साल में यूपी की डबल इंजन सरकार ने हर क्षेत्र में लीक से हटकर कुछ नया करने की कोशिश की है. इस वजह से प्रदेश में बड़े बदलाव हुए हैं.
मुख्यमंत्री ने विश्व एमएसएमई दिवस के मौके पर उद्मिता को बढ़ावा देने के लिए सीएम युवा मोबाइल एप का शुभारंभ करते हुए कहा कि युवाओं के लिए उद्मिता का नया मंच है यूथ अड्डा. यह मंच सभी जातियों और समुदायों के युवाओं को अपने व्यवसायिक विचार साझा करने, बैंकों से कर्ज पाने और अनुभवी मेंटर्स से मार्गदर्शन लेने का मौका प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जाति, क्षेत्र या फिर भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं करती. हम हर युवा की प्रतिभा को मंच प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. (तस्वीर- एमयोगी आदित्यनाथ फेसबुक पेज से साभार)