मध्य प्रदेश में अगले साल फरवरी में सात और आठ तारीख को राजधानी भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होगा. राज्य में निवेश को आकर्षित करने के मकसद से इस कार्यक्रम का आयोजन होना है. इस बार के ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की थीम भविष्य के लिए तैयार मध्य प्रदेश रखी गई है. हालांकि इस समिट से पहले प्रदेश की मोहन यादव सरकार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग विकास नीति को संशोधित भी करेगी. साथ ही निर्यात को बढ़ावा देने के लिए नीति पेश की जाएंगी.
मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने निवेश के लिए उन सेक्टरों की पहचान की है. जिनमें सम्भावनाएं हैं. सरकार की कोशिश है कि हजार से ज्यादा औद्योगिक इकाइयों को निर्यातक के रूप में स्थापित किया जाए. साथ ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए प्रदेश सरकार इन्वेस्ट एमपी पोर्टल लॉन्च करेगी.
मुंबई में उद्योगपतियों से मिले सीएम
अभी कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के लिए इंटरेक्टिव सेशन की ब्रांडिंग के मकसद से मुंबई में उद्योगपतियों से मुलाकात की. इस दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में व्यापार और व्यवसाय के लिए जो लोग आएंगे उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी. उन्होंने कहा कि हम उद्योगपतियों को आमंत्रित कर रहे हैं. हमने बजट में भी अनुदान की व्यवस्था की है. हम अपने कमिटमेंट पूरा करने का काम करेंगे.
उद्योगपतियों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि अपने देश में संवत की परंपरा व्यापार को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी. महाराजा विक्रमादित्य ने विदेशियों को भगाकर सुशासन स्थापित किया. इसके बाद व्यापार को बढ़ावा दिया. उन्होंने व्यापार का बढ़ाने के लिए कर्जदार और कर्ज देने वालों को बुलाया और आश्वासन दिया कि कर्जदार का कर्ज सरकार चुकाएगी. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राउंड टेबल मीटिंग के साथ-साथ वन टू वन बातचीत भी की.
मध्य प्रदेश की मोहन सरकार प्रदेश के लिए निवेश लाने का लगातार प्रयास कर रही है. इसके लिए भोपाल में इन्वेस्ट मध्य प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2025 की तैयारी शुरू कर दी गई है. इसी मकसद से मुख्यमंत्री मोहन यादव मुंबई में उद्योगपतियों से बातचीत की. इस मुलाकात में मुख्यमंत्री मोहन यादव उद्योगपतियों से मध्य प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर भी चर्चा की. ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2025 अगले साल भोपाल में फरवरी महीने में प्रस्तावित है. जिसका मकसद निवेशकों को मध्य प्रदेश की क्षमता, संसाधन और निवेश योग्य माहौल से परिचित कराना है. जिसे मध्य प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो सके. (तस्वीर साभार – डॉ मोहन यादव फेसबुक पेज से साभार)