अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मी अब भारत में दिखाई पड़ने लगी है. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के लिए हवन-पूजा का आयोजन किया गया और उनकी जीत के लिए प्रार्थना की गई. दरअसल हिंदुओं की रक्षा को लेकर पिछले दिनों डोनाल्ड ट्रंप का एक बयान सामने आया था. जिसके बाद उनके समर्थन में ऐसे पूजा पाठ आयोजित कराए जा रहे हैं. बता दें डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं. उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर अपनी प्रतिद्वंदी कमला हैरिस पर निशाना साधा था.
दीपावली की शुभकामना देते हुए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा कि – बांग्लादेश में हिंदुओं पर भीड़ हमला कर रही है. लूटपाट कर रही है. वहां अराजकता की स्थिति है. मेरे कार्यकाल में ऐसा कभी भी नहीं होता. कमला और बाइडेन ने अमेरिका समेत पूरी दुनिया में हिंदुओं की अनदेखी की है. उन्होंने कहा कि वो कट्टरपंथी वामपंथियों के धर्म विरोधी एजेंडे के खिलाफ हिंदुओं की रक्षा करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना अच्छा दोस्त बताया और भारत के साथ अच्छे संबंध कायम करने की बोत दोहराई.
बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी आंदोलन की वजह से इसी साल के जून महीने में हिंसा शुरू हुई थी. जिसके बाद हिंदू समाज के लोगों पर सैकड़ों हमले की घटनाएं हुईं. इस हिंसा में अब तक 600 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. संयुक्त राष्ट्र समेत तमाम मानवाधिक संगठनों द्वारा आवाज उठाए जाने के बाद भी हिंदुओं के खिलाफ हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है.
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापटल और मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के गठन के पीछे अमेरिका की भूमिका होने का अंदेशा जताया जा रहा है. सेंटर फॉर डेमोक्रेसी, प्लुरलिज्म एंड ह्यूमन राइट्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बांग्लादेश में हुए छात्र आंदोलन के पीछे अमेरिका का हाथ है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि – छात्र आंदोलन से पहले ही बांग्लादेश में अमेरिकी रायनयिकों और दूतों की एक्टिविटी बढ़ गई थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस तख्तापलट और हिंसा में अमेरिकी डीप स्टेट की भूमिका थी. (तस्वीर साभार- डोनाल्ड ट्रंप फेसबुक पेज से साभार)