उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- बहराइच में मेला महाराजा सुहेलदेव के नाम पर लगना चाहिए. यहां विदेशी आक्रांता सालार मसूद गाजी के नाम पर नहीं. उन्होंने कहा कि महाराजा सुहेलदेव ने विदेशी आक्रांताओं को सबक सिखाया. सालार मसूद का मेला बंद हो गया. इससे गुलामी की मानसिकता से मुक्ति मिल गई. क्योंकि सालार मसूद आक्रांता था, उसके नाम पर मेला गुलामी का प्रतीक था. बहराइच में काजी की नहीं, महाराजा सुहेलदेव की पूजा और सम्मान होना चाहिए.
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच में महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे थे. यहां उन्होंने 1243 करोड़ की 389 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. यहां मुख्यमंत्री योगी ने कहा हमारी डबल इंजन सरकार हमारे महापुरुषों का सम्मान करती है. वीरांगना छलकारी देवी के नाम पर गोरखपुर में पुलिस बटालियन का गठन हुआ है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस से सवाल किया कि आखिर उनके शासनकाल में महाराजा सुहेलदेव का स्मारक पहले क्यों नहीं बना. उन्होंने कहा कि दरअसल इन दोनों पार्टियों को वोट बैंक की चिंता थी, अपने मुस्लिम वोटबैंक की नाराजगी के डर से वो विदेशी आक्रांताओं के खिलाफ एक शब्द नहीं बोलते थे. (तस्वीर – एमयोगी आदित्यनाथ फेसबुक पेज से साभार)