राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि – भारत को उभरी स्थिति से बाहर निकलने के लिए जो भी जरूरी हो वह करना चाहिए. लेकिन उसे भविष्य़ में ऐसी समस्याओं से खुद को बचाने के लिए विकास और प्रगति के Sanatan दृष्टिकोण का पालन करते हुए अपना रास्ता खुद बनाना शुरू करना चाहिए.
मोहन भागवत ने कहा कि सिर्फ भारत ने ही पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर अपनी सभी प्रतिबद्धताएं पूरी की हैं. भारत सहित पूरी दुनिया के सामने आज जो समस्याएं हैं, वे पिछले दो हजार साल से अपनाई जा रही हैं. उसी व्यवस्था का नतीजा है हम इस हालात से मुंह मोड़ नहीं सकते हैं. हमें इससे बाहर निकलने के लिए जो भी जरूरी हो वह करना होगा. हम आंख बंद करके आगे नहीं बढ़ सकते हैं. (तस्वीर – राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ फेसबुक पेज से साभार)