दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री रहे कैलाश गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली है. उन्होंने एक दिन पहले ही पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल पर कई आरोप लगाते हुए मंत्री पद से और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से उनका कई मुद्दों पर विवाद चल रहा था. जबकि आम आदमी पार्टी का कहना है कि उन्होंने ईडी के दबाव में यह फैसला लिया है. बीजेपी ज्वाइन करते वक्त कैलाश गहलोत ने कहा कि आम आदमी पार्टी को छोड़ना आसान नहीं था. वहां अब हालात ठीक नहीं हैं. वहां मेरा आत्मविश्वास टूट गया था. गहलोत ने कहा कि ईडी और सीबीआई के दबाव वाली बात गलत है. मैं किसी के दबाव में फैसला नहीं लेता हूं. उन्होंने कहा कि हर मामले में केंद्र से टकराव गलत है.
कैलाश गहलोत ने इस्तीफे की वजह बताते हुए आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल पर जनता से किए वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाया है. कैलाश गहलोत ने कहा कि केजरीवाल ले यमुना की सफाई में नाकामी, सीएम के बंगले का निर्माण सहित कई मुद्दों को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि इन सब अजीब गरीब मुद्दों के कारण आम आदमी पार्टी की जनता में छवि खराब हुई है और पार्टी गंभीर चुनौतियों से गुजर रही है. ये चुनौतियां मूल्यों की भी चुनौतियां हैं जिन्हें हम साथ लेकर चले थे.
आम आदमी पार्टी छोड़ने वाला हर शख्स निराश है. क्योंकि आम आदमी पार्टी अब केवल अरविंद केजरीवाल की पार्टी बन गई है. यह अरविंद आदमी पार्टी बन गई है – बीजेपी
कैलाश गहलोत के खिलाफ ईडी और इनकम टैक्स के कई मामले चल रहे हैं. उन पर इन एजेंसियों की कई रेड हो चुकी है. उनके पास भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में जाने के सिवाए कोई विकल्प नहीं था. ये बीजेपी की गंदी साजिश है. बीजेपी, दिल्ली चुनाव ईडी और सीबीआई के बल पर जीतना चाहती है- आम आदमी पार्टी
(तस्वीर सभार – Advocate Kailash Gahlot फेसबुक पेज से साभार)