Madhya Pradesh Tourism – प्रकृति ने मध्य प्रदेश को कई सुंदर स्थानों से नवाजा है. देश का दिल होने के साथ-साथ मध्यप्रदेश अपने खूबसूरत पर्यटन स्थल और तीर्थ स्थलों की वजह से सैलानियों को आकर्षित करता है. ऐसी ही एक शहर है उज्जैन. इसे भगवान महाकाल की नगरी कहा जाता है. जिनके दर्शन करने के लिए देश ही दुनिया भर से भक्त उनके दर्शन करने आते हैं.
महाकालेश्वर मंदिर
मध्य प्रदेश आने वाले हर सैलानी की लिस्ट में पहला नाम उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर होता है. यह मंदिर क्षिप्रा नदी के पास स्थित है. यह ज्योतिर्लिंग बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है. यहां भगवान महाकाल का भस्म ऋृंगार किया जाता है. रोजाना भोर में सुबह चार बजे होने वाली भस्म आरती में बड़ी संख्या में भक्त शामिल होते हैं. इस आरती में शामिल होने के लिए पहले से बुकिंग करवानी होती है.
आरती का समय
भस्म आरती – सुबह 4 बजे से 6 बजे तक
नैवेद्य आरती – सुबह 7.30 से सुबह 8.15 बजे तक
जलाभिषेक – शाम 5 बजे
सांध्य आरती – शाम 6.30 बजे से 7 बजे तक
शयन आरती – रात 10.30 बजे
महाकाल मंदिर का इतिहास
यह मंदिर कितना प्राचीन है, इसके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं है. लेकिन इसका पुननिर्माण ग्यारहवीं शताब्दी में हुआ था. लेकिन इसके 140 साल बाद इल्तुतमिश ने तुड़वा दिया था. इसके बाद मराठा और फिर सिंधिया राज्य के दीवान बाबा रामचंद्र शैणवी ने जीर्णोद्धार कराया. इस मंदिर परिसर में कई अन्य मंदिर भी हैं.
महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचें
उज्जैन में महाकाल के दर्शन के लिए रेलमार्ग और सड़क मार्ग से आसानी से पहुंच जा सकता है. इसके अलावा आप प्लेन (हवाई जहाज) से भी जा सकते हैं. इसके सबसे नजदीक इंदौर एयरपोर्ट (देवी अहिल्या एयरपोर्ट) है. यह उज्जैन से करीब 60 किलोमीटर दूर है.