प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने स्वीकार किया था कि पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि से हमारे देश को कोई लाभ नहीं हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नेहरू ने देश का दो बार बंटवारा किया था. पहली बार रेडक्लिफ लाइन के जरिए और दूसरी बार उस जल संधि के जरिए. जिसके तहत नदी का अस्सी प्रतिशत पानी पाकिस्तान को दे दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समझौता भी किसान विरोधी थी.
सूत्रों के मुताबिक एनडीए संसदीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अपने सचिव के माध्यम से नेहरू जी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि इससे कोई लाभ नहीं हुआ. प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी दावा किया कि इस जल संधि से न सिर्फ पानी बांटा गया, बल्कि नेहरू ने पाकिस्तान को नहर बनाने के लिए पैसे भी दिए. प्रधानमंत्री ने कहा कि सिंधु जल संधि नेहरू की सबसे बड़ी भूल थी. वह ऐसी कूटनीति जानते थे जिसमें भारत के किसानों के लिए कोई जगह नहीं थी. इसके बाद की सरकारों ने भी इसे नहीं सुधारा. लेकिन हमने साफ कर दिया है कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते. (तस्वीर – नरेंद्र मोदी फेसबुक पेज से साभार)