Nepal Hindu nation – नेपाल को इन दिनों हिंदू राष्ट्र बनाने और राजशाही को बहाली की मांग को लेकर हिंसक प्रदर्शन तेज हो गए हैं. इन प्रदर्शनों में हिंसा भी होने लगी हैं. जिसमें 2 लोगों की मौत और 10 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. दरअसल नेपाल के लोकतांत्रिक राष्ट्र बनने के बाद से अब तक 17 साल में 14 सरकारें बन चुकी हैं और यहां हिंदू आबादी 81.19 फीसदी है. इसलिए पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह के समर्थक नेपाल को वापस हिंदू राष्ट्र बनाने और राजशाही की वापसी की मांग कर रहे हैं.
राजशाही के समर्थकों का दावा है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की वजह से नेपाल का विकास बाधित हो रहा है. बता दें कि साल 2001 में क्राउन प्रिंस दीपेंद्र ने राजा बीरेंद्र और राजपरिवार के 9 सदस्यों की हत्या कर दी. जिसके बाद ज्ञानेंद्र नेपाल के किंग बने. उधर 1995 से ही माओवादियों ने राजशाही के खिलाफ आंदोलन शुरू कर रखा था. साल 2006 में राजशाही का अंत हुआ. साल 2008 में संविधान सभा ने आधिकारिक रूप से नेपाल को लोकतांत्रिक देश घोषित कर दिया. इसके बाद नेपाल में 238 साल पुराना राजवंश खत्म हो गया. हालांकि इसके बाद भी देश के लोगों में राजशाही के लिए आकर्षण कम नहीं हुआ.
पिछले दिनों राजशाही की वापसी की मांग के प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पोस्टर भी नजर आए थे. जिस पर यहां के सत्ताधारी दल ने एतराज जताया था.