Prayagraj Maha Kumbh 2025 : प्रयागराज में अगले साल लगने जा रहे महाकुंभ के दौरान गैरसनातनियों पर रोक की मांग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खारिज कर दिया है. प्रयागराज में महाकुंभ के लिए कलश स्थापित करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महाकुंभ, एकता का महायज्ञ है. इसमें हर तरह के भेदभाव की आहुति दी जाती है. क्योंकि संगम आकर संत महंत, ऋषि मुनि, ज्ञानी विद्वान सब एक हो जाते हैं. जातियों का भेद खत्म हो जाता है. संप्रदायों का टकराव मिट जाता है. प्रयागराज वो स्थान है, जिसके प्रभाव के बिना पुराण पूरे नहीं होते. प्रधानमंत्री ने कहा कि गुलामी के कालखंड में भी कुंभ की आस्था नहीं रुकी.
अगले साल प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ के आयोजन में गैर सनातनियों, खासकर अपनी कट्टरता के लिए कुख्यात एक वर्ग विशेष को दूर रखने की मांग की जाने लगी हैं.
ये लोग थूक जिहाद, मूत्र जिहाद चला रहे हैं. इसलिए महाकुंभ में ये फैसला लिया गया है कि वहां कई गैरसनातनी की दुकान नहीं लगाने दी जाएगी. जब मक्का-मदीना में कोई हिंदू प्रवेश नहीं कर सकता तो महाकुंभ में क्यों. वो भी तो बहुत पवित्र और साधना की जगह है. इसलिए पहले वह मक्का-मदीना में इजाजत दिलवाकर हिंदुओं की एंट्री दिलवाएं तभी बात करें. (साध्वी प्राची)
जैसे मक्का-मदीना में मुस्लिमों को ही सिर्फ जाने की इजाजत होती है. वैसे ही कुंभ भी हिंदुओं का है औऱ इसमें किसी अन्य धर्म के लोगों को दखल नहीं देना चाहिए. (स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती )
जब मक्का-मदीना में हिंदू नहीं जाते तो कुंभ में मुस्लिम क्यों जाएंगे. उन्हें कुंभ मेले से दूर रहना चाहिए. मैं संतों की मांग का स्वागत करता हूं- एमए खान
जो लोग कुंभ में मुसलमानों के प्रवेश की वकालत कर रहे हैं, उन्हें पहले मक्का में हिंदुओं की दुकानें खुलने देनी चाहिए और फिर कुंभ में मुसलमानों के प्रवेश की बात करनी चाहिए. साथ ही जब मक्का में हिंदुओं की एंट्री नहीं है तो कुंभ में मुसलमान को क्यों प्रवेश दिया जाए. (स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती)
प्रयागराज कुंभ में गैर सनातनी की दुकान नहीं लगनी चाहिए. अगर इतना भाई-चारा है तो मक्का मदीना में हमारे हिंदुओं की दुकान भी लगवा दें. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (तस्वीर साभार- सीएम योगी आदित्यनाथ फेसबुक पेज से साभार)