‘थूक-पेशाब जिहाद’ से परेशान हिंदू समाज के लोग अब जागरुक हो रहे हैं. प्रशासनिक उपायों का इंतजार करने की बजाए उन्होंने अपने तरीके से इन कारगुजारियों से बचने के उपाय तलाशने शुरू कर दिए हैं. हिमाचल प्रदेश के शिमला में मस्जिद विवाद के बाद यहां के बाजारों में लगी दुकानों में सनातनी सब्जीवाला के पोस्टर लगाए गए हैं. यह पोस्टर देवभूमि संघर्ष समिति द्वारा लगवाए जा रहे हैं. प्रदेश की कांग्रेस सरकार में शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पिछले दिनों दुकानों में यूपी की तर्ज पर नाम की प्लेट लगाने की बात कही थी.
इससे पहले यूपी में कांवड़ यात्रा के दौरान इसके रूट पर खाने-पीने की दुकानों पर दुकानदार की पहचान के लिए नाम की प्लेट लगाने के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी. यूपी सरकार के इस आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम रोक लगाई थी. अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि दुकानदारों को पहचान बताने की जरूर नहीं है. कोर्ट ने कहा कि होटल चलाने वाले यह बता सकते हैं कि खाना शाकाहारी है या फिर मांसाहारी. मगर दुकानदारों को अपना नाम लिखने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए.