भारतीय जनता पार्टी सांसद कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी को मध्य प्रदेश में विरोध का सामना करना पड़ रहा है. प्रदेश में सिख समुदाय के लोगों ने फिल्म का विरोध करते हुए मांग की है कि इस फिल्म पर रोक लगाई जाए. जबलपुर सिख संगत ने फिल्म को विवादास्पद करार दिया है. उनका कहना है कि फिल्म से सिख समुदाय की छवि को नुकसान पहुंचा है. जबलपुर में कई लोगों ने फिल्म के विरोध में रैली निकाली और प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. उधर ग्वालियर में कंगना रनौत के किसान आंदोलन को लेकर बयान के विरोध में विरोध प्रदर्शन हुआ. यहां भी प्रदर्शनकारियों ने कंगना को किसानों से माफी मांगने की मांग की.
इससे पहले कंगना रनौत को उनके किसान आंदोलन पर दिए गए बयान को लेकर मध्य प्रदेश के बैतूल से मानहानि का नोटिस भेजा गया था. इस नोटिस में उनसे एक हफ्ते में अपने बयान पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा गया है. यह नोटिस किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष और पूर्व विधायक डॉक्टर सुनीलम ने भेजा है. जिसमें कहा गया है कि कंगना द्वारा माफी नहीं मांगने पर किसान संघर्ष समिति उनके खिलाफ आपराधिक और सिविल मामला दायर करेगी. इस नोटिस में उनसे दो करोड़ रुपए की आर्थिक हानि की मांग की गई है.
कंगना का विवादित बयान
एक इंटरव्यू में बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कहा था कि आज हमारा शीर्ष नेतृत्व कमजोर होता को बांग्लादेश जैसी स्थिति भारत में भी हो सकती थी. किसान आंदोलन को लेकर कंगना ने कहा था कि प्रदर्शन के नाम पर हिंसा फैलाई गई, वहां रेप हो रहे थे और मार कर लाशों को लटकाया जा रहा था. कंगना के इस बयान पर उनकी पार्टी बीजेपी ने खुद को अलग कर लिया है. इसके अलावा पार्टी ने कंगना को चेतावनी भी दी है. साथ ही बीजेपी ने कहा है कि ऐसे नीतिगत मामलों पर बयान देने के लिए कंगना अधिकृत नहीं हैं. (तस्वीर साभार – कंगना रनौत के फेसबुक पेज से साभार)