Bangladesh में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर हिंसक हमलों का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा है. धार्मिक उन्मादी अब बेलगाम होते जा रहे हैं. इनकी हरकतों पर ना तो वहां की अंतरिम सरकार को कोई शर्म है और ना ही वहां के नेताओं को है. पिछले दिनों कुमिल्ला के दारानगर में हिंदू महिला के साथ रेप केस के बाद विरोध प्रदर्शन तो हो रहे हैं. लेकिन इस आवाज का कोई असर होता नहीं दिख रहा है. इस बीच Human Rights Commission की एक रिपोर्ट में चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं.
Bangladesh के हालात पर मानवाधिकार आय़ोग की रिपोर्ट के मुताबिक वहां हिंदू महिलाएं, बच्चियां और दिव्यांग महिलाएं निशाने पर हैं. इनसे रेप के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. सिर्फ पिछले महीने (जून) की बात करें तो Bangladesh में महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ हिंसा की 363 घटनाएं हुईं. इनमें रेप की 67 घटनाएं, गैंगरेप की 17 घटनाएं और रेप के बाद हत्या की 4 घटनाएं शामिल हैं. रोजाना के हिसाब से बात करें तो रोजाना बारह महिलाओं और लड़कियों के साथ ऐसी घटनाएं हो रही हैं.