मध्य प्रदेश के सोयाबीन किसान अब 16 सितंबर से आंदोलन की तैयारी में हैं. ये किसान सोयाबीन के छह हजार रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य की मांग कर रहे हैं. जबकि प्रदेश में 4892 रुपए प्रति क्विंवटल समर्थन मूल्य की दर पर खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दी जा चुकी है. साथ ही साथ खरीदी की तारीख भी तय कर दी गई है. इसके बाद भी प्रदेश के किसान अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. सोयाबीन किसानों का कहना है कि जो राशि तय हुई है वो पहले से ही मूल्य आयोग ने तय कर रखी है. किसानों की इस मांग का कांग्रेस पार्टी समर्थन कर रही है.
भारतीय किसान संघ का कहना है कि सरकार ने सोयाबीन की खरीद में चालीस फीसदी खरीद की शर्त रख दी है. यह किसानों के साथ धोखा है. सरकार को किसानों का पूरा सोयाबीन खरीदना चाहिए. बता दें कि देश के कुल सोयाबीन उत्पादन में मध्य प्रदेश का योगदान 41.92 फीसदी है. पिछले साल के मुकाबले इस बार रिकॉर्ड सोयाबीन उत्पादन (54.72 लाख टन) कर मध्य प्रदेश ने महाराष्ट्र को पछाड़ कर पहला स्थान हासिल किया है.