छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले का जतमई घटारानी वाटरफॉल अपनी खूबसूरती से यहां आने वाले सैलानियों को खूब लुभाता है. जंगल के बीच में स्थित जतमई घटरानी वाटरफॉल मानसून में और खूबसूरत हो जाता है. जब चालीस फीट की ऊंचाई से पानी नीचे पत्थरों से टकराता है तो ये नजारा देखने लायक होता है. चारों ओर जंगल के पेड़ों से घिरा ये वाटरफॉल देख कर कोई भी इसकी खूबसूरती में खो सकता है. तेज बारिश के दिनों में आम लोगों को यहां नहीं आने दिया जाता.
प्राकृतिक सुंदरता से घिरा मंदिर
इस वाटरफॉल के ऊपर जतमई माता का मंदिर है. जो मां दुर्गा के एक रूप में यहां पूजी जाती हैं. यहां घूमने आने वाले लोग इस मंदिर में दर्शन करने जरूर जाते हैं. इस मंदिर का निर्माण लगभग बीसवीं शताब्दी में हुआ था. सफेद संगमरमर से बना यह मंदिर प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है. नवरात्रि के दिनों में भी दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ जुटती है. मंदिर से इस वाटरफॉल की खूबसूरती और भी अलग नजर आती है. अपनी खूबसूरती की वजह से और मंदिर की वजह से यह इलाका छत्तीसगढ़ के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो चुका है.
जतमई घटरानी वाटरफॉल तक कैसे पहुंचें?
जतमई घटरानी वाटरफॉल छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 87 किलोमीटर दूर है. यहां से बस या फिर टैक्सी से जाया जा सकता है. यहां आने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट रायपुर ही है.