पवित्र गुफा अमरनाथ की यात्रा का पहला जत्था जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हो गया है. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कड़ी सुरक्षा के बीच 5,880 से ज्यादा तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया. बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद इस बार यात्रा को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा की चिंता है. इसलिए इस बार Amarnath Yatra को लेकर रजिस्ट्रेशन कम हुए हैं. 30 जून तक यात्रा के लिए 3.31 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
Amarnath Yatra से जुड़ी अहम जानकारी
- तीन जुलाई से 9 अगस्त तक कुल 38 दिन चलेगी यात्रा
- यात्रा के दो रूट निर्धारित – पहला पहलगाम (48 किलोमीटर), दूसरा बालटाल (14 किलोमीटर)
- पहला रूट आसान और पारंपरिक माना जाता है क्योंकि इसमें चढ़ाई कम है, इसमें तीन से पांच दिन लगते हैं. इसलिए इसमें भीड़ ज्यादा होती है.
- दूसरे रूट में खड़ी और जोखिम भरी चढ़ाई है, लेकिन इसमें एक से दो दिन लगते हैं.
- तीर्थयात्री को रजिस्ट्रेशन के वक्त एक रूट तय करना होता है.
- तीर्थयात्रियों को 139 लंगरों में मुफ्त भोजन मिलेगा.
- हर तीर्थयात्री की गिनती और लोकेशन ट्रैक की जाती है.
- तीर्थयात्रियों को निजी वाहन से यात्रा नहीं करने को कहा गया है. (तस्वीर साभार- श्रीअमरनाथ श्राइन बोर्ड फेसबुक पेज से साभार)