Sambhal violence यूपी के संभल की मस्जिद के सर्वे का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में आज चीफ जस्टिस की बेंच में सुनवाई होगी. मस्जिद कमेटी ने सर्वे के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी. उधर संभल में हुई हिंसा के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक अर्जी दाखिल की गई है. अर्जी में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए एसआईटी जांच की मांग की गई है. इस बीच संभल हिंसा मामले में 4 और उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है. अब तक कुल 32 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
इससे पहले यूपी पुलिस ने संभल हिंसा में शामिल 100 पत्थरबाजों के पोस्टर जारी किए हैं. इन तस्वीरों में कई पत्थरबाज हाथ में पत्थर लिए दिख रहे हैं. हालांकि उन्होंने मुंह बांध रखा है. इन पत्थरबाजों में महिलाएं भी शामिल थीं. अभी तक पुलिस ने 27 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें 4 महिलाएं शामिल हैं. बता दें कि 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए पथराव और हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई थी. एक वीडियो में समाजवादी पार्टी सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर के करीब कुछ महिलाएं पुलिस पर पत्थर बरसाती दिख रही हैं.
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
संभल की जामा मस्जिद को लेकर अर्जी के बाद 19 नवंबर को मस्जिद का सर्वे किया गया. इस अर्जी में जामा मस्जिद की जगह हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया. 22 नवंबर को जियाउर्रहमान बर्क ने मस्जिद में लोगों को भड़काया. इसके बाद 24 नवंबर को सर्वे के दौरान प्रशासन द्वारा किए जा रहे सर्वे को हथियारों से लैस लोगों द्वारा बाधित किया गया. इस मामले में जियाउर्रहमान बर्क और सुहैल इकबाल समेत करीब 800 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है.
पुलिस के मुताबिक समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और संभल सदर सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल का नाम हिंसा में आ रहा है. इन दोनों को नामजद किया गया है. जियाउर्रहमान बर्क ने जामा मस्जिद के संरक्षण को लेकर भड़काने वाली बातें कही थीं. पुलिस की FIR के मुताबिक 22 नवंबर को जियाउर्रहमान बर्क ने जामा मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद भीड़ को जुटाया और सियासी फायदा लेने के लिए उन्हें भड़काया.
इसके बाद 24 नवंबर को सर्वे को रोकने के लिए आई में सुहैल इकबाल भी मौजूद थे. उन्होंने भीड़ को भड़काते हुए कहा कि जियाउर्रहमान बर्क हमारे साथ हैं. हम लोग आपके साथ हैं. कुछ नहीं होने देंगे. अपने मंसूबे पूरे कर लो. सुहैल इकबाल की बातें सुन कर भीड़ हिंसक हो गई और नारेबाजी करते हुए पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. पुलिस की गाड़ी और दूसरी कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. यही नहीं भीड़ में शामिल एक शख्स ने तो एक पुलिस अधिकारी पर जान लेने के मकसद से फायरिंग की. इस फायरिंग में पुलिसकर्मी घायल गया.