यूपी में कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानदारों को अपनी पहचान के लिए अपने नाम की प्लेट लगवाने जैसा निर्देश एमपी के बागेश्वर धाम के दुकानदारों को भी दिया गया है. मध्य प्रदेश के छतरपुर में बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने धाम में लगी दुकानों पर नेम प्लेट लगाने को कहा है. इसके लिए उन्होंने इन दुकानदारों को दस दिन का अल्टीमेटम दिया गया है. पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि इससे पता लग सकेगा कि राम वाले कौन हैं और रहमान वाले कौन हैं.
बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हमें न राम से दिक्कत है और न ही रहमान से दिक्कत है. हमें कालनेमियों से दिक्कत है. इसलिए अपनी दुकान के बाहर नेम प्लेट टांग दो. जिससे आने वाले श्रद्धालुओं का धर्म और पवित्रता भ्रष्ट न हो. उन्होंने कहा कि धाम की दुकानों और होटल के बाहर मालिकों का नाम लिखा होना जरूरी है. यह एक अच्छा काम है. हमें अपने बाप का नाम लिखने में क्या तकलीफ है. इस काम की तो सराहना होनी चाहिए.
बता दें कि यूपी में कांवड़ यात्रा को लेकर योगी सरकार ने यात्रा मार्ग पर खाने-पीने की दुकानों पर मालिकों का नाम लिखने का आदेश जारी किया है. कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं. जबकि कांवड़ यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों का कहना है कि उन्हें यात्रा के दौरान शुद्ध शाकाहारी के नाम पर ठगा जाता है. साथ ही थूक मिला खाना तक परोसा जाता है. ऐसे में कांवड़ यात्रा के दौरान यह फैसला बिल्कुल सही है.