Madhya Pradesh Mandir : नवरात्र चल रहा है, ऐसे में हमारी टीम अपने पाठकों को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के माता के मंदिरों के बारे में बता रही है. इसी क्रम में आज हम आपको बताने जा रहे हैं मध्य प्रदेश के रतलाम में स्थित कालिका माता मंदिर (Kalika Mata Temple) के बारे में. यह मंदिर साढ़े तीन सौ साल से ज्यादा पुराना है लेकिन यहां विराजमान माता की मूर्ति काफी पुरानी है. 1656 से 1658 के बीच यहां शासन करने वाले राजा रतन सिंह मां की यह मूर्ति धराड़ से रतलाम लेकर आए और स्थापित किया था. नवरात्र पर यहां बड़ी संख्या में दर्शनार्थी मां के दर्शन के लिए जुटते हैं. इस दौरान यहां मेला भी लगता है. इसके अलावा बारहों महीने दूर दूर से लोग पर्यटन के बहाने आते हैं. कालिका माता के इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि माता कालिका की मूर्ति के सामने खड़े होने वाले के शरीर में खास ऊर्जा संचयन होती है.
गढ़खंखाई माता मंदिर भी बरसाती हैं कृपा
रतलाम में कालिका माता के इस मंदिर के अलावा गढ़खंखाई माता का मंदिर भी भक्तों की आस्था का केंद्र है. रतलाम से 40 किलोमीटर दूर राजापुर गांव में माही नदी के किनारे बने इस मंदिर में के बारे में कहा जाता है कि गढ़खंखाई माता दिन में तीन रूप में दर्शन देती है. सुबह बाल रूप में, दोपहर को युवा रूप में और रात में वृद्ध रूप में उनका स्वरूप नजर आता है.