गुजरात के अहमदाबाद में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 188 पाकिस्तानी हिंदुओं को भारत की नागरिकता प्रदान की. इस कार्यक्रम में गृहमंत्री ने पड़ोसी देशों में रह रहे अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित होने से बचाने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि कभी बांग्लादेश में रहने वाले 27 फीसदी हिंदुओं की आबादी अब न के बराबर इसलिए हो गई क्योंकि वहां जबरन धर्म परिवर्तन करवाया गया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पड़ोस में किसी भी देश में रहने वाले अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित नहीं होने देगी और साथ ही भारत में आने के बाद उनके सम्मान की रक्षा भी करेगी.
इस कार्यक्रम के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने सीएए को लेकर विपक्ष द्वारा फैलाई जा रही भ्रांतियों को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी हिंदू जिन्हे भारत की नागरिकता मिली है वो सभी मां भारती के परिवार के हैं. उन्होंने विपक्ष से सवाल किया कि कांग्रेस की उन्हीं सरकारों ने करोड़ों घुसपैठियों को देश में घुसने दिया लेकिन अब सीएए को लेकर मुस्लिमों को भड़का रहे हैं. गृहमंत्री ने कहा कि भारत एकलौता ऐसा देश था जिसे धर्म के आधार पर बांटा गया. भारत आए शरणार्थी पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में अपने साथ हुए अत्याचार को कभी नहीं भूल सकते क्योंकि वहां उनके परिवार तक उजड़ गए. इन दंगों में जितना हिंदुओं ने झेला उतनी पीड़ादायक कोई दूसरी घटना नहीं है.