नेपाल में बदले हालात के बाद अब हिंदू राजशाही के वापस आने की अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं. क्योंकि पिछले दिनों राजशाही समर्थकों का प्रभाव बढ़ता देखा गया है. ऐसा माना जा रहा है कि मार्च में राजशाही के समर्थन में जो आंदोलन शुरू हुआ था. इसने इस जेन जी क्रांति की बुनियाद रख दी थी. ऐसा माना जा रहा है कि पूर्व राजा ज्ञानेंद्र विक्रम शाह को नेपाल का नया संरक्षक बनाया जा सकता है.
नेपाल काफी समय से सुलग रहा था. चीन समर्थक प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का उनके ही देश में विरोध होने लगा था. इसके पीछे उनकी भारत से दूरी बनाकर चीन के करीब जाना भी था. नेपाल में लोग सियासी अस्थिरता से परेशान थे. पिछले 17 साल में यहां 14 सरकारें बन चुकी हैं. ओली की विदाई को चीन को झटके के तौर पर देखा जा रहा है.
2021 की जनगणना के मुताबिक नेपाल की कुल जनसंख्या 2.97 करोड़ में 81.19 प्रतिशत हिस्सा ( 2 करोड़ 36 लाख ) हिंदू हैं. जबकि 14 लाख 83 हजार लोग इस्लाम को मानने वाले हैं. इसी तरह 8.2 प्रतिशत बौद्ध हैं.